vikram7
मंगलवार, 19 अगस्त 2008
अर्थ हीन.....
अर्थ हीन संवादों का सिलसिला
मै तोडना नही चाहता
शायद इसी बहाने
मै तुम्हे छोडना नही चाहता
विक्रम
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दे पिला ये सुर्ख से रंग .............
अर्थ हीन.....
आज चली कुछ.......................
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