शनिवार, 8 मार्च 2008

गीत नया गायेगे..................

न तू न मैं न ये न वो ,संग चलकर

गीत नया गायेगे , हम आज मिलकर

बहार की पुकार हॆ, आजा सथिया

प्यार के लिये ही,मैने दिल दिया लिया

तू से मैं, मैं से तू , आज बन कर

गीत............................................

आज देखो फिर से राझा-हीर मिल गये

नयन के रास्ते दिलो के पीर बह गये

रब किसी को भी जुदा यहाँ न आज कर

गीत................................................

गमों की रात में खुशी का चांद आ गया

फूल बन के देखो कैसे खार खिल गया

दिल से दिल की बात कर आज खुलकर

गीत...................................................

हरी-भरी वादियों में ये खिला चमन

प्यार के लिये मुझे मिला हॆ इक सनम

जिन्दगी को जिन्दगी के नाम लिखकर

गीत....................................................

1 टिप्पणी:

बेनामी ने कहा…

गमों की रात में खुशी का चांद आ गया

फूल बन के देखो कैसे खार खिल गया



दिल से दिल की बात कर आज खुलकर
bahut khub