न तू न मैं न ये न वो ,संग चलकर
गीत नया गायेगे , हम आज मिलकर
बहार की पुकार हॆ, आजा सथिया
प्यार के लिये ही,मैने दिल दिया लिया
तू से मैं, मैं से तू , आज बन कर
गीत............................................
आज देखो फिर से राझा-हीर मिल गये
नयन के रास्ते दिलो के पीर बह गये
रब किसी को भी जुदा यहाँ न आज कर
गीत................................................
गमों की रात में खुशी का चांद आ गया
फूल बन के देखो कैसे खार खिल गया
दिल से दिल की बात कर आज खुलकर
गीत...................................................
हरी-भरी वादियों में ये खिला चमन
प्यार के लिये मुझे मिला हॆ इक सनम
जिन्दगी को जिन्दगी के नाम लिखकर
गीत....................................................
1 टिप्पणी:
गमों की रात में खुशी का चांद आ गया
फूल बन के देखो कैसे खार खिल गया
दिल से दिल की बात कर आज खुलकर
bahut khub
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